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टनल में फंसे बच्चे, 50 दिन से नहीं देखा सूरज: रूसी सेना से बचने के लिए जमीन के नीचे ली पनाह, मदद की गुहार

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कीवएक घंटा पहले

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रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा जंग बदस्तूर जारी है। शांति की तमाम कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं। इस जंग में सबसे ज्यादा तकलीफ यूक्रेन की महिलाओं और बच्चों को झेलना पड़ रहा है।

जंग के इस माहौल ने महिलाओं और बच्चों को उनके घर से दूर कर दिया है। यूक्रेन में पुरुषों के लिए अनिवार्य मिलिट्री सेवा लागू कर दिया गया है। ऐसे में देश के ज्यादातर पुरुष मिलिट्री के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। दूसरी ओर महिलाएं और बच्चे बिलकुल अकेले पड़ गए हैं। वो किसी तरह छिपकर अपना गुजारा कर रहे हैं। अब ऐसी ही एक स्टील फैक्ट्री में फंसी महिलाओं और बच्चों ने मदद की गुहार लगाई है। उनकी गुहार का यह दर्दनाक वीडियो दुनिया भर में वायरल हो रहा है।

50 दिनों ने नहीं देखा सूरज, साफ हवा में सांस लेना चाहते हैं

मारियुपोल की इस स्टील फैक्ट्री ने नीचे मौजूद टनल में फंसे महिलाओं और बच्चों ने कई सप्ताह से सूरज नहीं देखा है। वो लंबे समय से खुली हवा में सांस भी नहीं ले पाए हैं। यूक्रेनी सेना की तरफ से उनका एक वीडियो जारी किया गया है। जिसमें बच्चे बाहर जाने और खुली हवा में सांस लेने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं।

बाहर निकलने पर रूसी हमले का है डर

टनल में मौजूद महिलाएं और बच्चे चाह कर भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। क्योंकि यह इलाका रूसी हमले से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से है। यहां लगभग रोज ही हवाई हमले हो रहे हैं। ऐसे में इनका यहां से निकला संभव नहीं हो पा रहा है।

खत्म हो रहा खाने-पीने का सामान

स्टील फैक्ट्री के बाहर चारों तरफ जंग का माहौल है। यहां पनाह लिए लोगों के पास अब ज्यादा दिन का रसद भी नहीं बचा है। वीडियो में एक महिला को कहते सुना जा रहा है कि अगर उनको जल्दी नहीं निकाला गया तो उनके सामने भूखे मरने की नौबत सकती है।

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