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फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में उछला हिजाब मसला: कैंडिडेट मरीन ली का वादा- हिजाब पहनने पर जुर्माना लगाएंगे; मैक्रों के साथ कड़ा मुकाबला

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पेरिस2 घंटे पहले

फ्रांस में राष्ट्रपति पद के चुनाव की वोटिंग का पहला चरण 10 अप्रैल को शुरू होगा। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के सामने इस बार दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ली पेन की चुनौती है। इस बार चुनाव में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इसी हफ्ते हुए सर्वे के मुताबिक अब मैक्रों और ली पेन के बीच सिर्फ 3% का अंतर है।

फ्रांस के राजनीतिक पंडितों के मुताबिक, पहले दौर में किसी उम्मीदवार को 50% से ज्यादा वोट मिलने की संभावना नहीं है। इसलिए फैसला दूसरे दौर का मतदान में ही होगा। इस चरण में 24 अप्रैल को पहले चरण में सबसे ऊपर रहने वाले दो उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। इस बीच, चुनाव में हिजाब मसला भी उछल गया है।

हिजाब पर बैन लगाने का वादा
ली पेन ने वादा किया है कि अगर वह सरकार में आईं, तो हिजाब पहनने वाले मुस्लिमों पर जुर्माना लगाएंगी। भारत समर्थक ली पेन ने कहा कि जिस तरह गाड़ियों में सीटबेल्ट पहनने को अनिवार्य बनाया गया है, उसी तरह ये फैसला भी लागू किया जाएगा कि मुसलमान सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब न पहनें।

मरीन ली पेन ने पिछले चुनाव में भी देश की सभी मस्जिद बंद करवाने की बात कही थी।

मरीन ली पेन ने पिछले चुनाव में भी देश की सभी मस्जिद बंद करवाने की बात कही थी।

मरीन ली ‘इस्लामिक कट्टरता’ पर नरम रुख के लिए मैक्रों की आलोचना करती रही हैं। अगर वह जीतीं तो देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनेंगी। मैक्रों भी भारत समर्थक हैं। मरीन पेन की नीतियां ज्यादा भारत समर्थक हो सकती हैं। शार्ली हेब्दो मामले में फ्रांस का समर्थन करने के बाद मरीन पेन ने भारत और यहां के लोगों की खुलकर तारीफ की थी। शार्ली हैब्दो पर हमले के बाद ली पेन ने फ्रांस में पाकिस्तानियों की एंट्री बैन करने की भी मांग की थी।

मैक्रों और ली पेन दोनों ही हिजाब विरोधी
मैक्रों: ला रिपब्लिक एन मार्च पार्टी नेता मैक्रों का चुनाव में एजेंडा अर्थव्यवस्था और सामाजिक मुद्दों के आस-पास काफी केंद्रित है। पिछले दिनों इस्लाम के खिलाफ की गई बयानबाजी से कई इस्लामी देश नाराज हुए थे। उन्होंने पैगंबर के विवादित कार्टून दिखाने के फैसले का बचाव भी किया है।

कौन हैं मरीन ली?
नेशनल रैली नेता मरीन फ्रांस की वकील और लीडर हैं, जो 2011 से नेशनल रैली की प्रमुख हैं। वे साल 2017 से नेशनल एसेंबली की मेंबर हैं। मरीन को टाइम मैग्जीन ने 2011 और 2015 में दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में शामिल किया था।

मरीन ने अपने पिता ज्यां मैरी को 2015 में पार्टी से निकाल कर पार्टी पर कब्जा कर लिया था।

मरीन ने अपने पिता ज्यां मैरी को 2015 में पार्टी से निकाल कर पार्टी पर कब्जा कर लिया था।

फ्रांस में 12 लोग चुनावी मैदान में हैं। इनमें तीन महिलाएं हैं। मैक्रों और ली पेन के अलावा समाजवादी उम्मीदवार जीन-ल्यूक मेलेनचॉन भी दौड़ में हैं। इनके अलावा एरिक जेमोर, नटाली एर्टहॉद, निकोलस डूपोंट-एगनन, एन हिडैल्गो, यानिक जैडोट, जीन लैसले, वलेरी पेक्रेस, फिलिप पोटू, फैबियन रसेल और एरिक जेमौर जोल सागेत, एरिक फफेरबर्ग शामिल हैं।

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