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दिल्ली के अस्पताल का कारनामा: स्ट्रोक के लक्ष्ण बताने के लिए बिना इजाजत इस्तेमाल की ‘क्रिमिनल जस्टिस’ के राइटर की फोटो, अपूर्व असरानी ने लगाई फटकार

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24 मिनट पहले

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नेशनल अवॉर्ड विजेता फिल्म एडिटर और वेब सीरीज ‘क्रिमिनल जस्टिस’ के राइटर अपूर्व असरानी ने बिना इजाजत उनकी फोटो इस्तेमाल करने पर दिल्ली के एक हॉस्पिटल को फटकार लगाई है। दरअसल, इस अस्पताल ने अपने बैनर में स्ट्रोक के लक्षण समझाने के लिए चार फोटो का इस्तेमाल किया है, जिनमें पहली फोटो अपूर्व की है। फोटो के नीचे फेस ड्रूपिंग (चेहरा टेढ़ा होना) को स्ट्रोक का सिम्पटम बताया गया है।

फोटो देखकर हैरान रह गए अपूर्व

अपूर्व ने फोटो सोशल मीडिया पर साझा की और अस्पताल को फटकार लगाते हुए लिखा, “हैरान हूं कि दिल्ली के प्राइमस हॉस्पिटल ने मेरी फोटो मेरी इजाजत के बगैर इस्तेमाल की। यह फोटो 2018 में तब खींची गई थी, जब बेल्स पालसी के चलते मुझे फेशियल पैरालिसिस हो गया था। प्राइमस ने इस बैनर पर यह भी गलत दावा किया है कि मेरी वह हालत स्ट्रोक की वजह से हुई थी। बेहद परेशान करने वाला।”

कैसे सामने आया पूरा मामला?

असरानी ने सोशल मीडिया पर यह बताने के लिए एक पोस्ट साझा की थी कि मुंबई में उनके कई फैमिली मेंबर्स और करीवी दोस्त कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इसी पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक सोशल मीडिया यूजर ने इस ओर उनका ध्यान दिलाया था कि दिल्ली के एक अस्पताल के पोस्टर में उनकी फोटो का इस्तेमाल किया गया है।

‘स्निप’ के लिए मिला था नेशनल अवॉर्ड

43 साल के अपूर्व ने ‘सत्या’ (1998), ‘स्निप’ (2000), शाहिद (2012), ‘धर्म संकट में’ (2015), ‘अलीगढ़’ (2015) जैसी फिल्मों के साथ-साथ वेब सीरीज ‘मेड इन हेवन’ की एडिटिंग भी की है। इसके अलावा उन्होंने फिल्म ‘अलीगढ़’ की कहानी, डायलॉग्स, स्क्रीनप्ले लिखा था। वे वेबसीरीज ‘क्रिमिनल जस्टिस’ के स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स राइटर भी हैं। 2000 में रिलीज हुई फिल्म ‘स्निप’ के लिए बेस्ट एडिटर का नेशनल अवॉर्ड मिला था।

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