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1 अप्रैल से महंगे हो सकते है टीवी: 2-3 हजार रुपए तक बढ़ सकती है कीमत, कस्टम ड्यूटी-इनपुट कॉस्ट के कारण हो रही है लगातार बढ़ोतरी

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नई दिल्ली5 घंटे पहले

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अभी फ्लैट-पैनल मार्केट में चीन और ताइवान की कंपनियों का दबदबा है। इस कारण यह कीमतें बढ़ाती रहती हैं। - Dainik Bhaskar

अभी फ्लैट-पैनल मार्केट में चीन और ताइवान की कंपनियों का दबदबा है। इस कारण यह कीमतें बढ़ाती रहती हैं।

  • बीते आठ महीनों में 3000-4000 रुपए बढ़ी TV की कीमत
  • TV मैन्युफैक्चरिंग को PLI स्कीम में शामिल करने की मांग

यदि आप अपना पसंदीदा टेलीविजन (TV) खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो जल्दी करें। 1 अप्रैल 2021 से टेलीविजन की कीमतों में 2000 से 3000 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है। TV की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अकेले बीते 8 महीनों में ही कीमतें 3 से 4 हजार रुपए तक बढ़ गई हैं।

दोगुना से ज्यादा हुई TV पैनल की कीमत

ग्लोबल वेंडर्स की ओर से सप्लाई में कमी और अन्य कारणों से TV पैनल (ओपन सेल) की कीमतें लगातार बढ़ रही है और दोगुने से ज्यादा पहुंच गई हैं। इसके अलावा कस्टम ड्यूटी में बढ़ोतरी, महंगे कॉपर, एल्युमिनियम, स्टील जैसे मैटेरियल की वजह से इनपुट कॉस्ट ज्यादा होने और समुद्री-हवाई परिवहन का किराया बढ़ने के कारण TV की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इस कारण अधिकांश घरेलू TV मैन्युफैक्चरर सरकार से लगातार TV मैन्युफैक्चरिंग को प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम में शामिल करने की मांग कर रहे हैं।

TV मैन्युफैक्चरिंग में उछाल आएगा

कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में TV की बड़ी हिस्सेदारी है। इस मार्केट में TV की करीब 85% हिस्सेदारी है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का अनुमान है कि ग्लोबल ब्रांड्स के साथ पूरी दुनिया में टेलीविजन मैन्युफैक्चरिंग में उछाल आएगा। इसके लिए ग्लोबल ब्रांड घरेलू मैन्युफैक्चरर्स से साझेदारी करेंगे। वैश्विक प्रतिगोगिता और इसका लाभ लेने के लिए PLI स्कीम को टीवी मैन्युफैक्चरिंग में लागू करना चाहिए।

फ्लैट-पैनल मार्केट में चीन-ताइवान की कंपनियों का दबदबा

थॉमसन एंड कोडक स्मार्ट टीवी के भारत में अधिकृत निर्माता और सुपर प्लास्ट्रोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के CEO अवनीत सिंह मारवाह का कहना है कि अभी फ्लैट-पैनल मार्केट में चीन और ताइवान की कंपनियों का दबदबा है। इस कारण यह कीमतें बढ़ाती रहती हैं। इससे हमारी लागत प्रभावित होती है। सरकार को TV मैन्युफैक्चरिंग को PLI स्कीम में लाने के लिए गंभीरता से विचार करना चाहिए। इससे भारतीय TV इंडस्ट्री ग्लोबल स्तर पर ज्यादा प्रतियोगी होगी।

PLI में शामिल करने से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे

मारवाह ने कहा कि जिस प्रकार सरकार ने घरेलू इंडस्ट्री की मदद के लिए पिछले साल TV के आयात पर बैन लगाया था। उसी प्रकार TV सेक्टर को PLI के दायरे में लाने से घरेलू मैन्युफैक्चरर्स को लाभ मिलेगा। साथ ही ज्यादा रोजगार पैदा होंगे। यदि सरकार ऐसा करने में विफल रहती है तो 1 अप्रैल 2021 से TV की कीमतों में कम से कम 2 से 3 हजार रुपए की बढ़ोतरी होगी। इससे उपभोक्ताओं का खरीदारी सेंटिमेंट प्रभावित होगा। साथ ही मांग में भी कमी आ सकती है।

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