Uncategorized

मोटेरा में इशांत का 100वां टेस्ट: तेज गेंदबाज ने कहा- भारत के लिए WTC फाइनल जीतना है, यह मेरे लिए वनडे वर्ल्ड कप फाइनल जैसा

[ad_1]

  • Hindi News
  • Sports
  • Cricket
  • Ishant Sharma 100 Test At Motera Want To Play WTC Final And Win It For India It Will Be My ODI World Cup

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

अहमदाबादएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में 24 फरवरी से होने वाला तीसरा टेस्ट भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के करियर का 100वां टेस्ट होगा। वे ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय पेसर होंगे। उनसे पहले पूर्व तेज गेंदबाज कपिल देव 131 टेस्ट खेले थे। इशांत ने कहा कि वे टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचाना और जीतना चाहते हैं। इशांत ने कहा कि यह उनके लिए वनडे वर्ल्ड कप जीतने जैसा होगा। यह बात उन्होंने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।

4 कैप्टन के साथ खेल चुके इशांत ने 2007 में किया था डेब्यू
18 साल की उम्र में डेब्यू करने वाले इशांत करियर में राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली समेत 4 कप्तानों के अंदर खेल चुके हैं। उन्होंने कहा कि कप्तान की उम्मीद के मुताबिक गेंदबाजी करने की वजह से ही वे इतने दिनों तक इंटरनेशनल क्रिकेट में टिक सके। इशांत ने अपना टेस्ट डेब्यू द्रविड़ की कप्तानी में 25 मई, 2007 को बांग्लादेश के खिलाफ किया था।

इस मैच में उन्हें सिर्फ 1 विकेट मिला था। बेस्ट कैप्टन के बारे में पूछे जाने पर इशांत ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि कप्तानों ने मुझे कितना समझा। ज्यादा जरूरी यह है कि मैं उन्हें कितना समझ पाया। इशांत ने कहा कि अगर कप्तान और खिलाड़ी के बीच कम्यूनिकेशन अच्छा है, तो विकेट मिलने में भी आसानी होती है।

इशांत ने आखिरी वनडे 5 साल पहले ऑस्ट्रेलिया में खेला था
99 टेस्ट में 302 विकेट ले चुके इशांत ने पिछले कुछ सालों में वनडे क्रिकेट नहीं खेला है। इशांत ने आखिरी वनडे जनवरी, 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। यह पूछे जाने पर कि क्या इसने उन्हें टेस्ट स्पेशलिस्ट बनाने में मदद की? इशांत ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि मैं व्हाइट बॉल क्रिकेट नहीं खेलना चाहता। जितने दिन मैं इससे दूर रहा, उतने दिन मैंने जमकर प्रैक्टिस की। मैं अपने टेस्ट क्रिकेट में फॉर्म को वनडे की वजह से नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता। मैं एक फॉर्मेट खेल रहा हूं, यही मेरे लिए काफी है।’

एंडरसन की तरह 38 साल तक खेलने के सवाल पर हंसे इशांत
यह पूछे जाने पर कि क्या वह इंग्लिश तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की तरह 38 साल की उम्र तक गेंदबाजी कर पाएंगे? इशांत ने हंसते हुए जवाब दिया कि मैं फिलहाल 1-1 साल पर ध्यान देना चाहूंगा। हमें नहीं पता अगले पल क्या होने वाला है। हां अब से मैं अपने रिकवरी को लेकर प्रोफेशनल हो गया हूं। मैं पहले ट्रेनिंग के दौरान ज्यादा से ज्यादा मेहनत करता था और रिकवरी पर ध्यान नहीं देता था। उम्र के साथ-साथ आपको अपने शरीर पर भी ध्यान रखना होता है।

‘मेरे बाद बुमराह भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट खेलेंगे’
यह पूछे जाने पर कि भविष्य में भारत का कौन सा गेंदबाज पेस बॉलिंग अटैक को लीड करेगा? इशांत ने कहा कि मैं कोई एक नाम नहीं लेना चाहता। पर जसप्रीत बुमराह में वह काबिलियत है। मुझे लगता है कि बुमराह मेरे बाद भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट खेलेंगे। हालांकि, यह उनके लीडरशिप क्वालिटी पर भी निर्भर करेगा। वह कैसे यंग बॉलर्स से बात करते हैं और उन्हें मदद करते हैं।

गेंदबाजों को उनके स्ट्रेंथ के मुताबिक गेंदबाजी करनी चाहिए
इशांत ने कहा, नवदीप सैनी के पास स्पीड है, सिराज के पास कंट्रोल है। आपको गेंदबाजों की स्ट्रेंथ को समझने की जरूरत होती है। सबकी स्किल अलग-अलग है। अगर आप सैनी को एक ही एरिया में गेंदबाजी करने कहेंगे और सिराज को लगातार 140+ की स्पीड से गेंदबाजी करने कहेंगे तो यह संभव नहीं है। फिर आप उनके टैलेंट के साथ न्याय नहीं कर रहे होते हो। जब तक मुझे लगेगा कि मैं अपने खेल में सुधार कर रहा हूं, तब तक मैं भारत के लिए खेलता रहूंगा।

[ad_2]

Source link